अरब के एक बुज़ुर्ग अपने बेटों को नसीहत करते हुए बोलें के सात तरह की औरतों से कभी शादी न करना चाहे वो कितनी भी ख़ुबसुरत और दौलतमंद ही क्युं न हो ये हैं वो सात औरतें..... अनानह- ये वो औरत है जो हमेशा शिकवा शिकायत करती रहती है और कभी ख़ुश न होगी मनानह- ये वो औरत है जो हमेशा मर्द पर एहसान जताती रहेगी और हमेशा कहेगी के मैं ने तो तुझ पर बडा एहसान किया है मगर मुझे तुझसे कुछ … [Read more...]
अल्लाह के रसूल (स.अ.व.) ने फ़रमाया, माँ के क़दमों तले “जन्नत” है, और बाप “जन्नत” का दरवाज़ा है
50 साल की माँ ने अपने बूढ़े शौहर को आवाज दी कि अजी सुनिएगा ये आलमारी का शीशा नहीं खुल रहा है बूढ़ा शौहर आगे बढ़ा और खोलने की कोशिश की लेकिन ज्यादा कामयाब ना हो सका तब बाप ने अपने बेटे को आवाज़ दी और वो जवान बेटा आगे बढ़ा जरा सा जोर लगाया आसानी से अलमारी का शीशा (दरवाज़ा) खुल गया और गुस्से से बोला लो जी यह भी कोई मुश्किल काम था? (adsbygoogle = window.adsbygoogle || … [Read more...]
तब हज़रत इमाम मेंहदी रज़ि. की तलाश शुरू होगी, उनके ज़हूर की निशानी ये होगी कि….
इसकी शुरुआत तो हो ही चुकी है आने वाला 400-450 साल मुसलमानो के ज़वाल का होगा, इस वक़्त पूरी दुनिया में 195 देश हैं जिनमे अकेले मुस्लिमों की 55 देश पर हुकूमत है,और जैसा हाल ईराक़, अफग़ानिस्तान, फिलिस्तीन वगैरह का हो रहा है वही हाल हर इस्लामी मुमालिक का होना तय है मगर उसी तरह ये भी तय है कि भले ही हमारे हाथ से फिलहाल सारी हुकूमत छिन जाये मगर मुसलमान का वुजूद उस वक़्त तक … [Read more...]
औरंगजेब: “द मैन एंड द मिथ” किताब में अमरिकी इतिहासकारों ने औरंगज़ेब को बताया मंदिरों का रखवाला
भारतीय इतिहास में बादशाह औरंगजेब को बदनाम करने के लिए सब से ज्यादा दुष्प्रचार किए गए हैं. लेकिन सच-सच होता हैं, जो कभी न कभी सामने आ ही जाता हैं. औीरंगजेब से नफरत करने वालों ने हमेशा से ही उन पर मंदिरों को तोड़ने, हिन्दुओं पर जुल्म करने के आरोप लगाये हैं लेकिन अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की इतिहासकर ऑड्री ट्रश्चकी ने इन सब दावों को झूठ करार दिया हैं. उन्होंने … [Read more...]
जब इब्राहिम अलैहिस्सलाम के आग में डाला जा रहा था तो एक फाख़ता अपनी चोंच में पानी ला कर आग पर डाल रही थी लेकिन उल्लु….
नमरूद बादशाह ने हज़रत इब्राहीम अलैहि अस्सलाम को ज़िंदा जलाने का फ़ैसला कर लिया था। एक बड़े मैदान में आग भड़काई जा रही थी दूर दूर से जंगल काटकर लकड़ियां लाकर इस आग में डाली जा रही थीं कई हफ़्तों की मेहनत से आग भड़क उठी इस के शोले आसमान तक पहुंच रहे थे। इस का धुआँ चारों तरफ़ फैल कर लोगों को हैबतज़दा कर रहा था ।इस भड़कती हुई आग से दूर एक पहाड़े-ए-चमन में एक छोटी सी फ़ाख़ता का नशेमन … [Read more...]